पिछले कुछ समय से लोगों में फिटनेस को लेकर जागरूकता बड़ी है। ख़ासतौर पर युवा अपनी डाइट और वर्कआउट को लेकर पहले से ज्यादा सचेत हो रहे हैं। फिटनेस गोल्स को पूरा करने के लिए जिम जाने वालों की संख्या भी तेज़ी से बढ़ रही है। वर्कआउट से सिर्फ़ वेट लॉस या वेट गेन नहीं होता है बल्कि बॉडी भी फिट रहती ही है और मसल स्ट्रेंथ भी बढ़ती है।
लेकिन, पिछले कुछ समय में जिम के दौरान हार्ट अटैक और दूसरी कुछ समस्याएँ भी देखने को मिली हैं। इस कारण कई लोग जिम जाने से डरने लगे हैं। दरअसल, इसका कारण शारीरिक क्षमता को जाने बिना हैवी वर्कआउट करना है जिसका असर हमारे हार्ट और शरीर के दूसरे अंगों पर पढ़ता है।
इसलिए यह ज़रूरी है कि जिम जॉइन करने से पहले आप कुछ रूटीन टेस्ट करवा लें। इससे यह पता चल जाएगा कि कितनी स्ट्रेंथ वाली एक्सरसाइज को आपकी बॉडी आसानी से सहन कर सकती है। बॉडी चेकअप के बाद आप बेफिक्र होकर जिम में वर्कआउट कर सकते हैं। चलिए जानते हैं जिम जाने से पहले कौन से टेस्ट करवाना चाहिये-

लिपिड प्रोफाइल टेस्ट
जिम जाने का मन बना रहे हैं तो सबसे पहले लिपिड प्रोफाइल टेस्ट करवा लें। इससे शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर का पता लग जाता है। एक्सरसाइज करने के दौरान कोलेस्ट्रॉल का लेवल सामान्य होना चाहिये। अगर आपका कोलेस्ट्रॉल ज्यादा रहता है तो इससे हार्ट के ऊपर असर पड़ सकता है, ख़ासतौर पर जिम में एक्सरसाइज करते समय।
ब्लड प्रेशर की जाँच
जिम जाने से पहले एक बार अपने ब्लड प्रेशर की जाँच ज़रूर करवा लें। ब्लड प्रेशर ऊपर-नीचे होने से शरीर में दूसरी कई तरह की समस्याएँ हो सकती हैं। ब्लड प्रेशर ज्यादा होने से हार्ट से संबंधित समस्याएँ भी हो सकती हैं। अगर प्रेशर सामान्य से कम रहता है तो कभी बीच में चक्कर आ सकता है। कभी-कभी इस कारण बेहोशी की घटनायें भी हुई हैं। याद रखें प्रेशर 60/120 रहे।
हार्ट स्कैन
वर्कआउट प्लान करने के पहले सबसे ज़रूरी हार्ट स्कैन करवाना है। इसमें आप ईसीजी, ईको और टीएमटी जैसे टेस्ट ज़रूर करवा लें। इससे अगर हार्ट में किसी भी तरह की समस्या है तो उसका पता लगाया जा सकता है। अगर आपके परिवार में किसी को हार्ट की समस्या है तो यह टेस्ट करवाना बहुत ज़रूरी है।
हीमोग्लोबिन टेस्ट
शरीर में आयरन की पर्याप्त मात्रा होना ज़रूरी है। इसकी कमी होने से शरीर में कमजोरी होने लगती है। मांसपेशियाँ शिथिल होने लगती है। आयरन मांसपेशियों तक ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए जरूरी है। वर्कआउट के दौरान ताक़त की ज़रूरत होती है। अगर आपका आयरन लेवल सामान्य से कम होगा तो आप जल्दी थकान महसूस करेंगे। खून की कमी के कारण कई बार साँस भी फूलने लगती है। इसलिए जिम जाने से पहले एक बार आयरन के लिए हीमोग्लोबिन की जांच ज़रूर करवा लें।
विटामिन डी की जाँच
आजकल कम उम्र में ही लोगों में हड्डियों में दर्द की समस्या देखने को मिल रही है। इसकी वजह विटामिन डी की कमी है। जिम में वर्कआउट के दौरान हड्डियों में फ्रैक्चर या मांसपेशियों में दर्द जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। इसलिए जिम जाने से पहले एक बार विटामिन डी की जांच करवा लें इससे आपको यह पता चल जाएगा कि आपकी मांसपेशियों सही तरीक़े से काम कर रहीं हैं या नहीं।
थायरॉइड की जाँच
आमतौर पर थायरॉइड के लेवल पर हम ध्यान नहीं देते हैं लेकिन इसकी कमी या ज्यादा होने से शरीर में बहुत सी समस्याएँ हो सकती हैं। इसमें, नींद नहीं आना, हाइपर एक्टिविटी, थकान और तेज़ी से वजन बढ़ना तो आम है। यह कई बार दिल की धड़कन को भी प्रभावित कर देता है। इससे धड़कन बढ़ने लगती है। इसलिए जिम जाने से पहले एक बार थायरॉइड के लिए टीएसएच, टी3 और टी4 टेस्ट ज़रूर करवा लें।
इनके अलावा भी कुछ टेस्ट हैं जिन्हें आप जिमिंग से पहले करवा सकते हैं। इनमें कोर स्ट्रेंथ, सीबीसी या कम्पलीट ब्लड टेस्ट, किडनी फंक्शन टेस्ट, लिवर फंक्शन टेस्ट, फ्लैक्सेबिलिटी चेक जैसे टेस्ट आते हैं। अगर आप भी फिटनेस के लिये जिम जाते हैं या जिम जाने का मन बना रहे हैं तो एक बार ये टेस्ट ज़रूर करवा लें। अगर कोई छोटी समस्या भी है तो इसके बारे में एक बार अपने फिटनेस ट्रेनर को ज़रूर बता दें।