Sleep During Pregnancy: मां बनना हर महिला का सपना होता है, क्योंकि यह पूर्णता का एहसास दिलाता है। हालांकि, गर्भावस्था हर किसी के लिए आसान नहीं होती है। आझकल की बिजी लाइफस्टाइल और खराब खान-पान और ऑफिस वर्क के स्ट्रेस की वजह से प्रेग्नेंसी में कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। इनमें से एक है नींद का ना आना। दरअसल, प्रेग्नेंसी में अगर पर्याप्त नींद ना ली जाए, तो यह कई तरह से सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसके कई कारण हो सकते हैं, जैसे- मॉर्निंग सिकनेस, थकान और दर्द, जिनका असर नींद पर अवश्य पड़ता है।
प्रेग्नेंसी में महिला के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव
यहां हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि प्रेग्नेंसी में कम सोने से महिला पर क्या दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं-
हाई ब्लड प्रेशर
प्रेग्नेंसी में यदि महिला पूरी नींद नहीं ले पा रही है, तो इससे गर्भवती महिला का ब्लड प्रेशर हाई हो सकता है। हाई बीपी की समस्या प्रेग्नेंसी में कई मुश्किलों को बढ़ा सकती है। ऐसे में सुनिश्चित करें कि प्रेग्नेंसी के दौरान महिला पर्याप्त नींद अवश्य ले और यदि नींद न आने की परेशानी है, तो डॉक्टर से अवश्य मिले।

गर्भकालीन डायबिटीज
कई महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान डायबिटीज की समस्या भी हो जाती है, जिसे जेस्टेशनल डायबिटीज या गर्भकालीन डायबिटीज के नाम से जाना जाता है। ऐसे में अगर गर्भवती महिला की नींद पूरी नहीं होती है, तो इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है, जो प्रेग्नेंसी की जटिलताओं को भी बढ़ा देत है। ऐसे में यह प्रेग्नेंट वुमेन के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
भ्रूण में ऑक्सीजन का लेवल कम होना
कई बार जब होने वाली मां पर्याप्त नींद नहीं ले पाती है, तो इससे गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी बुरा असर पड़ता है। दरअसल, गर्भवस्था के दौरान पर्याप्त नींद न लेने से भ्रूण में ऑक्सीजन का प्रवाह बाधित हो सकता है। इसकी वजह से भ्रूण में ऑक्सीजन का लेवल कम हो जाता है, जो बच्चे के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।

प्रीक्लेम्पसिया
प्रीक्लेम्पसिया जैसी समस्या भी प्रेगनेंसी में नींद पूरी न होने के कारण पनप सकती है। यह ऐसी स्थिति होती है, जिसमें वायु मार्ग में सूजन आने लगती है, जिससे ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। यह स्थिति काफी खतरनाक साबित हो सकती है।
ऐसे में अच्छी नींद लेने के लिए प्रेग्नेंसी में अच्छी डाइट, हर रोज की एक्सरसाइज और लाइफस्टाइल में थोड़ा बदलाव करना जरूरी है।