Brain Paralysis: आजकल लोगों में रील्स देखने की एक लत सी बन गई है, जो कई मायनों में खतरनाक साबित हो सकती है। दरअसल, इससे ब्रेन पेरालिसिस यानि स्ट्रोक जैसी समस्या भी हो सकती है। यह समस्या तब होती है, जब दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन अच्छे से नहीं हो पाता है। इससे ब्रेन सेल्स को नुकसान पहुंचता है और यह ब्रेन स्ट्रोक का कारण बनता है। जो लोग फोन का बहुत ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, उनमें इस समस्या का जोखिम काफी बढ़ जाता है।
आप जानकर हैरान रह जाएंगे कि यह समस्या ग्लोबल लेवल पर लोगों को परेशान कर रही है। दरअसल, लोग ना चाहते हुए भी सोशल मीडिया के आदि हो गए हैं। थोड़ा सा टाइम मिलने पर लोग तुरंत अपना फोन खोल लेते हैं और शॉर्ट्स या रील्स पर अपना वक्त बिताते हैं। सोशल कंटेंट पर ज्यादा वक्त बिताने से लोग अपनी मानसिक क्षमता, ध्यान और सोचने की शक्ति को खो सकते हैं। यही स्थिति ब्रेन पेरालिसिस कहलाती है।

क्या हैं ब्रेन पेरालिसिस के लक्षण
- सिरदर्द महसूस होना
- शरीर में सुन्नता महसूस होना
- कमज़ोरी महसूस होना
- सांस लेने में तकलीफ होना
- बातचीत करने मे मुश्किल आना
- किसी काम पर फोकस न कर पाना
- धुंधला दिखाई देना
ब्रेन पेरालिसिस से बचने के लिए करें ये काम
व्यायाम करें
नियमित रूप से एक्सरसाइज करना न केवल हेल्थ के लिए बल्कि आपके ब्रेन स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में भी कारगर होता है। दरअसल, इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। इसके अलावा, अगर सप्ताह में 5 दिन भी एक्सरसाइज़ की जाए, तो इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होने लगता है, जिससे स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है।

स्ट्रेस से रहे दूर
स्ट्रेस लगभग हर समस्या का कारण होता है। ऐसे में अगर आप स्ट्रेसफ्री रहें, तो ब्रेन पेरालिसिस का जोखिम काफी कम हो जाता है। दरअसल, तनाव से शरीर में एड्रेनालाईन का स्राव बढ़ने लगता है, जिससे खून के थक्के बनने लगते है, जिससे परेशानी हो सकती है। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा वक्त परिवार और दोस्तों के साथ बिताएं, तो स्ट्रेस काफी हद तक दूर हो जाएगा।
स्मोकिंग व अल्कोहल को कहें ना
स्मोकिंग और अल्कोहल का सेवन आपके ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है। इससे रक्त के थक्के बनने की संभावना बढ़ने लगती है। ऐसे में हेल्दी रहने और स्ट्रोक से बचने के लिए स्मोकिंग से बचे।
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