Avoid These Foods In Hypothyroidism: पिछले कुछ समय से थाइरायड के बढ़ते केस चिंता का विषय बने हुए हैं। आयोडिन की कमी से होने वाली यह समस्या महिलाओं में अधिक देखने को मिलती है। आयोडिन एक महत्वपूर्ण माइक्रोन्यूट्रिएंट है, जो थायराइड हार्मोन के बनने के लिए जरूरी होता है। हालांकि, जब शरीर में आयोडिन की कमी हो जाती है, तो इससे हाइपोथायराइडिज्म हो जाता है। इसमें थायरॉइड ग्लैंड उस मात्रा में थायरॉइड नहीं बना पाती है जितनी शरीर को आवश्यकता होती है। यह समस्या हो जाने पर महिलाओं का असामान्य रूप से वजन बढ़ने लगता है। साथ ही पीरियड्स से संबंधित दिक्कत भी होने लगती है। इसके अलावा, भी इसके कई लक्षण होते हैं।
हाइपोथायराइडिज्म के लक्षण
- याददाश्त कमजोर होना
- थकान व मांसपेशियों में कमजोरी
- डिप्रेशन
- बाल झड़ना
- स्किन का ड्राई हो जाना
- हार्ट बीट का धीमा होना
- हाइपोथायराइडिज्म से निःसंतानता का खतरा भी होता है
इस समस्या से जूझ रहे लोगों को कुछ खाद्य पदार्थों से परहेज करना चाहिए। अन्यथा यह समस्या कम होने की बजाय बढ़ने लगती है। आइए आपको बताते हैं कि वे कौन सी चीजें हैं, जिन्हें हाइपोथायराइडिज्म से जूझ रहे व्यक्ति को खाने से बचना चाहिए।

फाइबर युक्त चीजें
हाइपोथायराइडिज्म से पीड़ित व्यक्ति को फाइबर से भरपूर चीज़ों को खाने से बचना चाहिए। इनमें बीन्स, फलियां और सब्ज़ियां शामिल हैं। हरी फलियां और साबुत अनाज जैसी उच्च फाइबर वाली चीजें हाइपोथायरायडिज्म के मरीज के लिए दिक्कत पैदा कर सकती है। दरअसल, इससे दवा को अवशोषित करने की शरीर की क्षमता बाधित हो सकती है। ऐसे में इन चीजों को लिमिटेड मात्रा में ही अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
क्रूसिफेरस सब्जियां
क्रूसिफेरस सब्जियों में ब्रोकली, पालक, पत्तागोभी और फूलगोभी जैसी सब्जियां आती हैं, ये सेहत के लिए तो काफी फायदेमंद होती हैं, लेकिन हाइपोथायराइडिज्म के मरीजों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। दरअसल, कुछ क्रूसिफेरस सब्ज़ियों में गोइट्रोजन बहुत अधिक मात्रा में मौजूद होता है। अगर आपको थायराइड की समस्या है तो ब्रोकली, पालक, पत्तागोभी और फूलगोभी से परहेज रखने की सलाह दी जाती है।
फ्राइड और फैटी फूड्स
जिन चीजों में अत्यधिक फैट होता है, वे भी थायराइड की दवा को अवशोषित करने की शरीर की क्षमता में बाधा डाल सकते हैं। दरअसल, फैट थायराइड की थायरोक्सिन हार्मोन के निर्माण की क्षमता को और अधिक खराब कर सकती है। इसके अलावा, जिन लोगों का मेटाबॉलिज्म स्लो होता है, उनके लिए फैटी चीजों को पचाना मुश्किल हो जाता है, जिससे हाइपोथायराइडिज्म की स्थिति में और अधिक वजन बढ़ सकता है। यह इस समस्या को और बढ़ा सकता है। कोशिश करें कि घर का फ्रेश खाना ही खायें।

सोया वाली चीजें
सोया युक्त खाद्य पदार्थ भी हाइपोथायरायडिज्म की स्थिति को और खराब कर सकती हैं। दरअसल, इनमें गोइट्रोजन की मात्रा पाई जाती है, जो थायरॉयड ग्लैंड में जलन पैदा कर सकते हैं। इसके अलावा, इससे ग्लैंड में सूजन की समस्या भी हो सकती है। गोइट्रोजन का सेवन हाइपोथायरायडिज्म को बढ़ा सकता है। इसलिए इन चीजों का इस्तेमाल न करें, तो अच्छा होगा।
चाय-कॉफी का सेवन
जो लोग हाइपोथायरायडिज्म से पीड़ित होते हैं, उन्हें अधिक चाय और कॉफी पीने से भी बचना चाहिए। दरअसल, ये चीजें आपकी थयरॉइड की समस्या को बढ़ा सकती हैं। इसलिए इन्हें अपनी डाइट में शामिल न करें। अगर आपको चाय पीने की आदत है तो इसकी संख्या को सीमित करें।

थायरॉयड में इन चीजों का कर सकते हैं सेवन
अगर आपको थायरॉयड की समस्या है, तो ऐसी चीजों का सेवन करना फायदेमंद रहेगा, जिनमें आयोडीन की प्रचुर मात्रा होती है। इनमें मछली, डेयरी प्रोडक्ट्स, नट्स एंड सीड्स शामिल हैं। आप विटामिन बी युक्त खाद्य पदार्थ जैसे मछली, दूध, अंडे, लीवर, बीन्स, बादाम की सीमित मात्रा अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
Also Read: शार्प माइंड के लिये हर दिन खायें अलसी के बीज: Flax Seeds Boost Brain Health