Carbon Monoxide Poisoning: जॉर्जिया से एक दुखद खबर सामने आई है। दरअसल, जॉर्जिया के एक माउंट रिसॉर्ट गुडौरी में एक रेस्तरां में 12 लोगों में से 11 भारतीय नागरिक मृत पाए गए। त्बिलिसी में भारतीय दूतावास के एक बयान के अनुसार, सभी नागरिक रेस्तरां में काम करते थे। इस मामले की जॉर्जियाई अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है।
शुरुआती रिपोर्ट्स की मानें, तो इन नागरिकों की मौत संभवतः कार्बन मोनोऑक्साइड गैस की वजह से हुई हैं। जॉर्जिया में भारतीय मिशन ने 16 दिसंबर को एक बयान में कहा, “त्बिलिसी में भारतीय दूतावास जॉर्जिया के गुडौरी में ग्यारह भारतीय नागरिकों की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के बारे में जानकर दुखी है। उनके परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। दूतावास स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहा है, ताकि शवों को भारत में शीघ्र वापस लाया जा सके। हम मृतकों के परिवारों के संपर्क में भी हैं और हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह हादसा कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता की वजह से हुआ है। दरअसल, बेडरूम के पास एक बंद जगह में एक पावर जनरेटर रखा गया था, जिसे 13 दिसंबर को चालू किया गया था, संभवतः बिजली की आपूर्ति बंद होने के बाद, जिससे विषाक्तता शुरू हो गई होगी। जॉर्जियाई इंटरनल अफेयर मंत्रालय के अनुसार, ‘मृत्यु का सटीक कारण’ निर्धारित करने के लिए एक फोरेंसिक मेडिकल जांच टीम भी नियुक्त की गई है।
जानें क्या है कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता? (Carbon Monoxide Poisoning)
कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) विषाक्तता एक जानलेवा स्थिति है, जो तब होती है जब कोई व्यक्ति कार्बन मोनोऑक्साइड के धुएं में सांस लेता है। यह एक रंगहीन, गंधहीन और स्वादहीन गैस है जो लकड़ी, गैसोलीन या प्राकृतिक गैस को जलाने पर उत्पन्न होती है। इस गैस में सांस लेने पर CO शरीर को ऑक्सीजन का ठीक से उपयोग करने से रोकता है, जो दिमाग, हृदय और अन्य अंगों को नुकसान पहुँचा सकता है। CO विषाक्तता का जोखिम शिशु और बच्चे, गर्भवती महिलाएं, वृद्ध लोग, हृदय या फेफड़े की बीमारी वाले लोग और धूम्रपान करने वाले लोगों को अधिक रहता है।

कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता के लक्षण
- सिरदर्द, चक्कर आना, कमज़ोरी
- मतली और उल्टी
- तेज़ दिल की धड़कन
- सांस लेने में तकलीफ़
- दौरे, सीने में दर्द, भटकाव
कार्बन मोनोऑक्साइड पॉइजनिंग का इलाज
कार्बन मोनोऑक्साइड विषाक्तता का इलाज यही है कि इससे पीड़ित व्यक्ति को शुद्ध ऑक्सीजन में साँस लेना होता है। ऑक्सीजन मास्क आपके शरीर में कार्बन मोनोऑक्साइड के निर्माण को संतुलित करेगा। हालांकि, मुश्किल परिस्थिति में ऑक्सीजन कक्ष में उपचार लेना जरूरी है। इसे हाइपरबेरिक ऑक्सीजन थेरेपी कहा जाता है।
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