मासिक धर्म महिलाओं के लिए एक सामान्य प्रकिया है, जो 2 से 7 दिनों तक होता है। इसका सामान्य चक्र 28 से 35 दिनों का होता है। हालांकि, अगर ये चक्र 28 से पहले और 35 दिनों के बाद होता है, तो यह थोड़ी सोचने वाली बात होती है। कुछ लोगों को पीरियड्स सामान्य चक्र से पहले या बाद में आते हैं, जो सामान्य नहीं होता है। इसके पीछे कई कारण होते हैं। कई बार ये कारण गंभीर भी हो सकते हैं। ऐसे में किसी भी स्थिति में आपको डॉक्टर से मिलना जरूरी होता है।

यहां हम आपको कुछ ऐसे संभावित कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो समय से पहले पीरियड्स आने के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं-
हार्मोन्स का असंतुलन
समय से पहले पीरियड्स आने का सबसे बड़ा कारण हार्मोनल असंतुलन होता है। बता दें कि एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन मासिक धर्म चक्र को कंट्रोल करते हैं। एस्ट्रोजन पीरियड्स के चक्र के पहले भाग के दौरान गर्भाशय की परत बनाने में मदद करता है, जबकि प्रोजेस्टेरोन चक्र के दूसरे पार्ट में इस लेयर को स्थिर रखता है। यदि ये हार्मोन्स डिस्बैलेंस हो जाते हैं, तो मासिक धर्म पहले हो सकता है।
तनाव

तनाव या चिंता पूरी हेल्थ को कई तरह से प्रभावित करती है। यदि आप हर समय तनाव या चिंता में रहते हैं, जो इससे भी आपके हार्मोन्स प्रभावित होते हैं। अगर आप तनाव या डिप्रेशन में हैं, तो आपको समय से पहले पीरियड्स आ सकते हैं। इतना ही नहीं, तनाव की वजह से पीरियड्स लेट भी हो सकते हैं। ऐसे में स्वस्थ रहने व समय पर पीरियड्स हो, इसके लिए तनावमुक्त रहना आवश्यक है। इसके लिए आप मेडिटेशन और योग कर सकती हैं।
डाइट में बदलाव
कई बार खान-पान में बदलाव करने की वजह से भी पीरियड्स आगे-पीछे हो सकते हैं। कई बार गर्म तासीर वाली चीजों का सेवन अधिक करने से पीरियड्स पहले हो सकते हैं। इस समस्य से बचने के लिए पीरियड्स की डेट नजदीक आते ही गर्म तासीर वाली और खट्टी चीजों का सेवन बंद कर देना चाहिए।
गर्भनिरोधक दवाइयां

कई बार महिलाएं अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए गर्भनिरोधक दवाइयों का सेवन करती हैं, लेकिन ऐसा करना कई तरह से हानिकारक हो सकता। इससे आपके हार्मोन्स और मासिक धर्म चक्र पर असर पड़ सकता है। दरअसल, गर्भनिरोधक दवाई खाने से हार्मोन्स पर असर पड़ता है, जिससे कि गर्भ न ठहर सके। ऐसे में समय से पहले पीरियड्स हो सकते हैं। इसकी वजह से पीरियड्स की अवधि भी बढ़ सकती है।
वजन में बदलाव
वजन का कम या ज्यादा होना भी पीरियड्स की डेट पर असर डाल सकता है। दरअसल, फैट सेल्स एस्ट्रोजन हार्मोन का उत्पादन करती हैं। ऐसे में शरीर का घटता या बढ़ता वजन एस्ट्रोजन के लेवल को प्रभावित कर सकता है, जिससे समय से पहले मासिक धर्म हो सकता है। ऐसे में आप संतुलित डाइट लेकर अपने वजन को संतुलित बनाए रख सकते हैं। ताकि आपको इस तरह की दिक्कत न हो।
इसके अलावा, पीसीओएस. थायराइड और एंडोमेट्रियोसिस भी पीरियड्स के पहले आने के कारण हो सकते हैं।
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