गुजरात में 4 साल के बच्चे को हुआ एचएमपीवी संक्रमण, अहमदाबाद में 10 दिन में पाँचवा केस: HMPV Cases

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HMPV Cases: कर्नाटक और पुडुचेरी के बाद अब अहमदाबाद से एक चार वर्षीय बच्चे के ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस से संक्रमित होने की रिपोर्ट सामने आई है। इसके बाद शहर में संक्रमितों की संख्या बड़कर 5 हो गई हैं। इस बारे में अहमदाबाद के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने जानकारी दी है। बता दें कि यह वायरस बच्चों और बुजुर्गों के साथ उन लोगों को अपना शिकार बनाता है, जिनकी इम्यूनिटी कमजोर होती है। इसके लक्षण सामान्य सर्दी-खांसी के जैसे ही होते हैं, लेकिन गले में खराश और सांस लेने में तकलीफ इस समस्या को बढ़ा देता है।

अहमदाबाद में 4 साल के बच्चे को हुआ HMPV

अहमदाबाद नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारी भाविन सोलंकी ने जानकारी देते हुए कहा, “बुधवार को एक चार वर्षीय लड़के में एचएमपीवी संक्रमण पाया गया। शहर के कृष्णानगर निवासी लड़के को खांसी, जुकाम और बुखार के साथ 13 जनवरी को ज़ाइडस अस्पताल में भर्ती कराया गया था।” उन्होंने कहा कि उसी दिन अस्पताल द्वारा किए गए परीक्षण में बच्चे में एचएमपीवी संक्रमण पाया गया।

नगर निगम के अधिकारी ने बताया कि अहमदाबाद में अब तक पाए गए पांच एचएमपीवी मामलों में से तीन अहमदाबाद से, एक राजस्थान से और एक गुजरात के कच्छ जिले से है। अहमदाबाद में इस सीजन का पहला एचएमपीवी मामला 6 जनवरी को सामने आया था, जब चीन में प्रकोप के बाद इस दुनियाभर में इस बीमारी ने ध्यान आकर्षित किया था। इसके पहले अहमदाबाद में एक 80 वर्षीय व्यक्ति में एचएमपीवी संक्रमण पाया गया था। ख़ास बात यह है कि जितने भी केस सामने आ रहे हैं उनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। देश के अन्य राज्यों की तुलना में गुजरात में इसके मामले ज्यादा देखने को मिल रहे हैं।

क्या है एचएमपीवी?

बता दें कि यह एक श्वसन सिस्टम का संक्रमण है, जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है। इससे सांस लेने में तकलीफ की समस्या होती है। यह वायरस खांसने या छींकने से निकलने वाली सांस की बूंदों के साथ-साथ दूषित सतहों को छूने या संक्रमित व्यक्तियों के सीधे संपर्क में आने से फैलता है। इसके अलावा, इससे सीने में दर्द की तकलीफ भी हो सकती है। बच्चों में इसके लक्षण बिल्कुल निमोनिया जैसे होते हैं। यह वायरस ज्यादातर बच्चों और बुजुर्गों या कमजोर इम्यूनिटी वालों को अपना शिकार बनाता है।

HMPV के लक्षण

  • सीने में दर्द
  • सर्दी-खांसी
  • नाक बहना/बंद नाक
  • गले में खराश/घरघराहट
  • सांस लेने में तकलीफ

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि एचएमपीवी कई श्वसन वायरस में से एक है जो सभी उम्र के लोगों में संक्रमण का कारण बन सकता है, खासकर सर्दियों और शुरुआती वसंत के महीनों के दौरान। बयान में कहा गया है, “वायरस का संक्रमण आमतौर पर हल्का और खुद-ब-खुद सीमित होता है और ज़्यादातर लोग अपने आप ठीक हो जाते हैं।”

HMPV जैसे लक्षणों से राहत पाने के घरेलू नुस्खें

नाक की मालिश: अगर आपको बंद नाक की वजह से सांस लेने में तकलीफ हो रही है, तो आप तिल के तेल से नाक की मालिश कर सकते हैं, राहत मिलेगी।

तुलसी की चाय का सेवन करें: तुलसी में एंटीवायरल गुण होते हैं, जिससे ये वायरल बीमारियों को दूर करने में कारगर होती है, साथ ही इम्यूनिटी को भी मजबूत करती है।

अदरक का रस: अदरक सर्दी-खांसी जैसी समस्याओं को दूर करने में काफी कारगर माना जाता है। ऐसे में आप अदरक को गर्म पानी में पकाकर या चाय में डालकर पी सकते हैं।

गर्म पानी की भाप लें: गर्म पानी की भाप लेने से बंद नाक की समस्या दूर होती है, क्योंकि इससे जमा हुआ म्यूकस पिघल जाता है और बंद नाक की समस्या से राहत मिलती है।

मुलेठी का सेवन: गले में खराश की समस्या है, तो आप मुलेठी का सेवन कर सकते हैं। इससे यह समस्या बहुत जल्दी दूर हो जाती है।

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