चीन में फैल रहा HMPV वायरस का प्रकोप, पूरी जानकारी के लिए पढ़ें ये खबर: HMPV Virus

Spread the love

HMPV Virus: चार साल पहले चीन से कोरोना नाम की एक बीमारी पूरी दुनिया में फैल गई थी, जिसने हजारों लोगों की जान लेली। अब भी कोरोना का खतरा टला नहीं है, जो अलग-अलग वर्जन में सामने आता रहता है और लोगों को परेशान कर रहा है। अब, लेटेस्ट रिपोर्ट्स की मानें, तो चीन में सांस संबंधी बीमारियों में तेजी देखने को मिल रही है, जिसमें ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) भी शामिल है। चीन में यह वायरस तेजी से फैल रहा है, जिसकी वजह से चीन में इमरजेंसी जैसे हालात देखने को मिल रहे हैं।

चीन से वीडियो ऑनलाइन सामने आए हैं, उनमें अस्पतालों में भीड़ दिखाई दे रही है। सोशल मीडिया यूजर इन्फ्लूएंजा ए, HMPV, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और कोविड-19 सहित कई वायरस की मौजूदगी को उजागर कर रहे हैं। HMPV के लक्षण भी फ्लू और कोविड-19 के लक्षणों की तरह है। अब, स्वास्थ्य अधिकारी इसके प्रसार की निगरानी कर रहे हैं।

क्या कहती है पोस्ट?

X हैंडल “SARS-CoV-2 (कोविड-19)” से शेयर की गई एक पोस्ट में लिखा गया है, “चीन इन्फ्लूएंजा ए, HMPV, माइकोप्लाज्मा न्यूमोनिया और कोविड-19 सहित कई वायरसों का सामना कर रहा है। इससे अस्पताल और श्मशान घाट में भीड़ है। जबकि बच्चों के अस्पताल में निमोनिया और ‘व्हाइट लंग’ मामलों के केस में तेजी देखी जा रही है।”

अधिकारियों ने की संक्रमण में वृद्धि की भविष्यवाणी

चीन के डिजीज कंट्रोल अथॉरिटी (DCA) ने निमोनिया के बढ़ते केसेस के लिए एक पायलट निगरानी सिस्टम की घोषणा की। चीन के एक फेमस न्यूजपेपर ने बताया कि सर्दियों के दौरान श्वसन संबंधी बीमारियों के बढ़ने की उम्मीद है, जिससे अधिकारियों को अज्ञात सूक्ष्म जीवों से बचने के लिए प्रोटोकॉल स्थापित करने के लिए कहा जा रहा है, जो शुरुआती कोविड-19 प्रतिक्रिया के विपरीत है।

क्या है HMPV वायरस?

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के बारे में बात करें, तो यह एक RNA वायरस है, जो न्युमोवायरिडे फैमिली से संबंधित है। इसे पहली बार 2001 में डच शोधकर्ताओं ने खोजा था। यह वायरस खांसने और छींकने से फैलता है और श्वसन संक्रमण का कारण बनता है। इसका संक्रमण सर्दियों में ज्यादा होता है, जो 3 से 5 दिनों का होता है।

बच्चों और बुजुर्गों को शिकार बनाता है HMPV

HMPV का खतरा बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा होता है। कोरोना महामारी के दौरान भी बच्चे और बुजुर्ग ही सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे। इस वायरस को बढ़ते हुए देखने के बाद हेल्थ ऑफिसर्स ने लोगों को मास्क पहनने, भीड़भाड़ वाली जगहों से बचने और बार-बार हाथों को सैनिटाइज करने की सलाह दी है। इसके लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे होते हैं। बता दें कि अभी तक HMPV के खिलाफ वैक्सीन नहीं बनी है।

Also Read: रूस ने बनाई कैंसर की वैक्सीन, जानें कैसे करती है काम: Cancer Vaccine

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *