HMPV Virus: चीन में फैले एचएमपीवी वायरस ने भारत में भी दस्तक दे दी है। मंगलवार सुबह तक देश में इससे पीड़ित लोगों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। नागपुर में इसके दो मामले सामने आये हैं। इनमें एक सात साल का बच्चा और एक तेरह साल का शामिल है। पहले लग रहा था कि ये H1N1 के केस हैं लेकिन बाद में कन्फर्म हुआ कि दोनों ही HMPV के केस हैं। हालाँकि, दोनों ही पेशेंट अब ठीक हैं। वहीं तमिलनाडु से भी दो मामलों की पुष्टि हुई है। इनमें एक चेन्नई में और एक सेलम में पाया गया है। दोनों ही बच्चों के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है।
इसके पहले सोमवार को बेंगलुरु के एक अस्पताल में आठ महीने का बच्चा HMPV वायरस से संक्रमित पाया गया था। बच्चे को बेंगलुरु के बैपटिस्ट अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसकी टेस्ट रिपोर्ट 3 जनवरी को पॉजिटिव आई थी। रिपोर्ट की मानें, तो बच्चा अब ठीक हो रहा है। बताने वाली बात यह है कि दोनों ही संक्रमित बच्चों की विदेश जाने की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। अहमदाबाद में दो महीने के जिस बच्चे में इस वायरस की रिपोर्ट पॉजिटिव मिली है वह 15 दिन से अस्पताल में भर्ती था।

HMPV वायरस के लक्षण
इस वायरस को ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस या एचएमपीवी (HMPV) वायरस कहते हैं, जिसके लक्षण काफी हद तक फ्लू जैसे होते हैं। यह बच्चों, बुजुर्गों और खराब इम्यून सिस्टम वालों को अपना शिकार बनाता है। इसके निम्न लक्षण हो सकते हैं-
- खांसी या गले में घरघराहट
- नाक बहने या गले में खराश
- सांस लेने में दिक्कत
बता दें कि दिल्ली के मेडिकल अधिकारियों ने इस वायरस की चुनौतियों से निपटने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है। एक बयान के मुताबिक, हेल्थ सर्विस की डायरेक्टर जनरल डॉ. वंदना बग्गा ने हाल ही में मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारियों के साथ मीटिंग की, जिसमें दिल्ली में सांस से जुड़ी बीमारियों से निपटने की तैयारियों पर चर्चा की गई। वहीं, अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि वे इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों के मामलों की जानकारी तुरंत IHIP पोर्टल के जरिए
नया नहीं है HMPV वायरस
आपको जानकर हैरानी होगी कि HMPV वायरस कोई नया नहीं है। यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक, इसे सबसे पहले 2001 में डिटेक्ट किया गया था। एक्सपर्ट का कहना है कि यह वायरस 1958 से है।
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