Morning Routine For Fatty Liver: फैटी लिवर खराब लाइफस्टाइल और खान-पान की वजह से होने वाली एक आम समस्या है। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें लिवर में फैट जमा हो जाता है। इससे लिवर अपना काम ठीक से नहीं कर पाता है, जिससे ओवरऑल हेल्थ खराब होती है। 2022 में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, NAFLD की वैश्विक रिपोर्ट में प्रति 1,000 व्यक्तियों पर 47 लोगों में फैटी लिवर होने के मामले होने की उम्मीद जताई गई थी। यह समस्या महिलाओं की तुलना में पुरुषों में अधिक होती है।
बता दें कि यह समस्या खराब पोषण और लाइफस्टाइल से जुड़ा हुआ है, ऐसे में सुबह की दिनचर्या में छोटा सा सुधार भी बड़ा अंतर ला सकता है। दरअसल, दिन की शुरुआत लिवर के लिए अनुकूल एक्टिविटीज करने से फैट को जमा होने से रोकने, लिवर के काम को बेहतर बनाने और ओवरऑल हेल्थ को बढ़ावा देने में मदद मिलती है।
इस आर्टिकल में हम आपको 5 ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आप अपने लिवर को बेहतर बनाने के लिए मॉर्निंग रूटीन में शामिल कर सकते हैं-

नींबू पानी से करें दिन की शुरुआत
नींबू पानी विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो लिवर डिटॉक्सिफिकेशन को बढ़ावा देता है। खाली पेट एक गिलास गर्म नींबू पानी पीने से पित्त उत्पादन को बढ़ाता है, फैट के पचने में मदद करता है और लिवर में फैट को जमने से रोकता है। इसके लिए एक गिलास गर्म पानी में आधा नींबू निचोड़ दें और सुबह को सबसे पहले इसे पिएं। इसे बिना नमक, चीनी और शहद के पिएंगे, तो ज्यादा फायदा होगा।
हल्की स्ट्रेचिंग या योग
सुबह की फिजिकल एक्टिविटी, जैसे योग या स्ट्रेचिंग, ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा दे सकती है और फैट को पचाने में लिवर की क्षमता में सुधार कर सकती है। कोबरा पोज़ (भुजंगासन) और स्पाइनल ट्विस्ट (अर्ध मत्स्येन्द्रासन) जैसे योग आसन विशेष रूप से लिवर के कार्य को सुधारने में फायदेमंद होते हैं। ये एक्सरसाइज इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करके और मेटाबॉलिज्म को सपोर्ट कर लिवर की चर्बी को कम करता है।
नाश्ता जरूर करें
नाश्ता छोड़ने से मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है, जिससे फैटी लिवर बढ़ सकता है। फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और लीन प्रोटीन से भरपूर एक हेल्दी ब्रेकफास्ट लिवर की मरम्मत और वसा को कम करने में मदद कर सकता है। आप नाश्ते में चिया सीड्स के साथ ओट्स, मुट्ठी भर नट्स, बेरीज और ग्रीन टी शामिल कर सकते हैं। इन खाद्य पदार्थों में ओमेगा-3 फैटी एसिड और पॉलीफेनोल जैसे पोषक तत्व होते हैं जो लिवर के स्वास्थ्य को बढ़ावा देते हैं।

कच्ची सब्जियों का जूस
खासकर चुकंदर, गाजर या पालक से बने कच्चे सब्जियों के जूस में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं जो लीवर को साफ करते हैं और चर्बी कम करते हैं। इन सब्जियों में बीटाइन और नाइट्रेट्स भरपूर मात्रा में होते हैं, जो रक्त संचार और डिटॉक्सीफाई करने में मदद करते हैं। 2024 में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, स्वस्थ तरीके से अधिक फल और सब्जियों का सेवन करने से नॉन-अल्कोहलिक फैटी लीवर विकसित होने का जोखिम कम हो सकता है।
कॉफी की जगह पिएं डंडेलियन चाय
डंडेलियन चाय एक प्राकृतिक डिटॉक्सिफायर है जो लीवर में चर्बी घटाने में मदद करती है। इसमें ऐसे रसायन होते हैं जो पित्त के सर्कुलेशन को बढ़ाते हैं और टॉक्सिन्स को साफ करते हैं। जबकि कॉफी पीने से भी लिवर को कुछ फायदे हो सकते हैं, लेकिन सुबह के लिए डंडेलियन चाय सही है।