Overworking Affects On Health: आज के समय में हर कोई दूसरों से आगे निकलना चाहता है। इसके लिए अगर क्षमता से ज्यादा काम करना पड़े, तो लोग वह भी करते हैं। हालांकि, ओवरवर्किंग करना सेहत के लिहाज से बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। इससे आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है, साथ ही आप अपनी पर्सनल लाइफ को एंजॉय करने, परिवार को समय देने और बच्चों के साथ खेलने के अवसर को भी गवां सकते हैं। ये सभी चीजें मानसिक रूप से भी काफी परेशान करती हैं। दरअसल, जब आप काम के बोझ तले दबकर अपने मन का काम नहीं कर पाते हैं, तो ये सब एक तरह से पर्सनल लाइफ में निराशा का कारण भी बनती हैं।
इस आर्टिकल में हम आपको ओवरवर्किंग के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं, जो आज की बिजी लाइफ में लोगों को काफी प्रभावित कर रहा है।
क्या होता है ओवरवर्किंग या ओवर वर्कहॉलिज्म?
यह एक ऐसी स्थिति है, जब व्यक्ति सिर्फ अपने काम के बारे में ही सोचता है और दूसरों से बेहतर बनने व आगे निकलने के लिए पर्सनल लाइफ को भी नजरअंदाज कर देता है। यह तीन तरह का हो सकता है, जिसमें पहले नंबर पर आता है ओवरकमिटमेंट। दरअसल, जब लोग ओवरकमिटमेंट कर देते हैं, तो उसे पूरा करने के लिए उन्हें एक्स्ट्रा टाइम देकर काम पूरा करना पड़ता है, जो सही नहीं है। इसके अलावा, कुछ लोगों को अपना काम जल्दी खत्म करने की इच्छा होती है, ऐसे में जिस काम को करने की डेड लाइन 2 या 3 दिन है, उसे व्यक्ति पहले दिन ही निपटा देना चाहता है, जो यकीनन पर्सनल लाइफ का वक्त भी ले लेता है।

जरूरत से ज्यादा काम पड़ सकता है भारी
वर्कहॉलिक होना अच्छा होता है। हालांकि, किसी भी चीज की अति हो जाए, तो वह हानिकारक ही होता है। ऐसे में अगर आप ओवरवर्किंग का शिकार हैं, तो ये आपकी सेहत को भी पूरी तरह से खराब कर देता है। ऐसे में जरूरी ये है कि काम के घंटों में ही काम करें, पर्सनल लाइफ को भी एंजॉय करें और ऑफिस का काम घर ना लेकर जाएं।
ओवरवर्किंग सेहत को ऐसे पहुंचाता है नुकसान
हार्ट अटैक आने का खतरा
आपको जानकर हैरानी होगी कि ओवरवर्किंग से हार्ट अटैक का खतरा भी काफी बढ़ जाता है। दरअसल, अगर आपकी सिटिंग जॉब है, जिसमें आप ज्यादा घूम-फिर नहीं पाते, तो लंबे समय तक बैठे रहने से और फिजिकली एक्सरसाइज न कर पाने से वजन और कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है, जो हार्ट अटैक की वजह बनता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी हो सकती है।
स्ट्रेस
कई बार जब आप काम का दबाव महसूस करते हैं और अपनों के साथ वक्त भी नहीं बिता पाते हैं, तो यह स्ट्रेस का कारण बनता है, जो ओवरऑल हेल्थ के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है।

नींद की कमी
कई बार ओवर वर्क के कारण नींद पूरी नहीं हो पाती, जिसकी वजह से चिड़चिड़ापन आना आम बात है। यह भी दिल के लिए काफी घातक साबित हो सकता है। दरअसल, नींद की कमी से कॉर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है, जिसके कारण इंफ्लेमेशन बढ़ने लगता है और ये हार्ट अटैक की बड़ी वजह हो सकती है।
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