रेड मीट खाने से बढ़ सकता है डिमेंशिया का ख़तरा, जानें इसके हेल्दी ऑप्शंस: Red Meat May Cause Dementia

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Red Meat May Cause Dementia: उम्र बढ़ने के साथ-साथ शारीरिक ही नहीं, मानसिक ताकत भी कम होने लगती है। ऐसे में मांसपेशियों और हड्डियों की कमजोरी के साथ-साथ दिमागी शक्ति भी कम होने लगती है। बढ़ती उम्र में दिमाग से जुड़ी कई समस्याएं देखने को मिलती हैं, जिनमें से एक डिमेंशिया भी है। डिमेंशिया एक ऐसी स्थिति होती है, जिसमें दिमाग की सोचने-समझने व तर्क करने की क्षमता कम होने लगती है। इतना ही नहीं, कभी-कभी डिमेंशिया के मरीज़ अपने प्रियजनों को पहचान भी नहीं पाते हैं।

इससे होने वाले जोखिम को कम करने के लिए, अक्सर लोग इस बात पर ध्यान देते हैं कि क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, क्योंकि किसी भी समस्या की रोकथाम हमेशा इलाज से बेहतर होती है। न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियाँ सोचने, याददाश्त और फैसले लेने की क्षमता को भी प्रभावित करती है। ऐसे में लोग अपने खान-पान पर ध्यान देते हैं।

रेड मीट माइंड हेल्थ को करता है खराब

न्यूरोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चला है कि रेड मीट, स्पेशली प्रोसेस्ड मीट डिमेंशिया के जोखिम को और ज्यादा बढ़ाता है। वैसे तो, रेड मीट को पहले से ही अनहेल्दी माना जाता है, जो हार्ट प्रॉब्लम्स और डायबिटीज का कारण बनता है। इस स्टडी के निष्कर्ष रेड मीट के अन्य नुकसानों के बारे में भी बताते हैं। रेड मीट, स्पेशली बेकन, सॉसेज और हॉट डॉग जैसे प्रोसेस्ड फूड्स डिमेंशिया के जोखिम को बढ़ाते हैं। अध्ययन में 133,771 प्रतिभागियों को ट्रैक किया गया था, जिसमें पाया गया कि जो लोग लाल मांस खाते हैं, उनमें मनोभ्रंश की संभावना अधिक होती है।

अध्ययन में आगे पाया गया कि जो लोग हर दिन थोड़ी मात्रा में भी प्रोसेस्ड रेड मीट खाते हैं, जैसे कि बेकन के दो स्लाइस, बोलोग्ना के डेढ़ स्लाइस या एक हॉट डॉग, उनमें प्रोसेस्ड मीट कम खाने वालों की तुलना में मनोभ्रंश विकसित होने का जोखिम 13% अधिक था। जो लोग प्रतिदिन रेड मीट खाते हैं, उनके मस्तिष्क की उम्र 1.6 वर्ष अधिक तेजी से बढ़ती है। रेड मीट खाने वालों की दिमागी शक्ति भी उन लोगों की तुलना में कम होती है, जो रेड मीट का सेवन नहीं करते।

रेड मीट की जगह ये हो सकता है हेल्दी ऑप्शन

वैसे, इसमें कोई शक नहीं है कि डाइट का आपके शारीरिक और मानसिक विकास से सीधा संबंध है। रेड मीट मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए रेड फ्लैग्स में से एक है। ऐसे में रेड मीट का सेवन न ही किया जाए, तो बेहतर है। हालांकि, इसकी जगह शोधकर्ताओं ने हेल्दी फूड ऑप्शंस भी सुझाए हैं।

Have dry fruits in snacks

उनके मुताबिक, रेड मीट को नट्स और फलियां या मछली जैसे बेहतर प्रोटीन ऑप्शंस के साथ स्विच किया जा सकता है, जो डिमेंशिया के जोखिम को लगभग 20% कम करता है।

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