Saira Banu Health Update: दिग्गज अभिनेत्री सायरा बानो सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं, जो अपने इंस्टाग्राम हैंडल से अपनी लाइफ के खास पलों को फैंस के साथ शेयर करती रहती हैं। हाल ही में उन्हें निमोनिया का पता चला था और उनकी पिंडलियों में खून के थक्के जम रहे थे। अब उन्होंने अपना हेल्थ अपडेट दिया है। वरिष्ठ अभिनेत्री ने कहा है कि उनकी सेहत में काफी सुधार हुआ है और वह बस इससे उबरने पर फोकस कर रही हैं। अभिनेत्री ने कहा, ‘मेरी हालत में काफी सुधार हुआ है। क्लॉट्स घुल गए हैं। मुझे खुद को और फिट करना है और फिजियोथेरेपी करवानी है। मैं बहुत अच्छी तरह से स्वस्थ हो रही हूं और अब मैं ठीक हूं।’
सायरा बानो को हुआ निमोनिया
सायरा बानो ने साझा किया कि वह अब ठीक हो रही हैं। उन्होंने यह भी बताया कि ब्लड क्लॉट्स घुल गए हैं और वह फिजियोथेरेपी करवा रही हैं। 80 वर्षीय अभिनेत्री 2021 में अपने पति व गुजरे जमाने के अभिनेता दिलीप कुमार के निधन के बाद से स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रही हैं। हाल ही में अस्पताल में भर्ती होने के बारे में बात करते हुए उन्होंने अपने दिवंगत पति के साथ एक डीप कनेक्शन वाली पोस्ट शेयर की।
सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने 58 साल पहले अपनी ड्रीम वेडिंग को याद करते हुए लिखा, “अपने अस्पताल के बिस्तर से, मैं हमारे खास दिन की पुरानी यादों से भर गई। 11 अक्टूबर की रात, हमारी शादी की सालगिरह पर, ‘दो सितारों का ज़मीन पर है मिलन आज की रात’ गाना रेडियो पर लगातार बज रहा था। यह एक ऐसा दिन था जिसके कभी न खत्म होने की मैं कामना करती था। अगर कोई मुझसे कहता, ‘ओ सायरा, तुम्हारे पास पंख हैं; तुम उड़ सकती हो,’ तो मैं बिना किसी सवाल के उनकी बात पर यकीन कर लेती। 58 साल पहले का वह दिन कितना जादुई लगा था।”
निमोनिया की बात करें, तो यह बच्चों और बुजुर्गों को होने वाली आम समस्या है। दरअसल, यह एक गंभीर श्वसन संक्रमण है। बढ़ती हुई उम्र में यह इसलिए मुश्किल होती है, क्योंकि इस उम्र में इम्यूनिटी काफी कमजोर हो जाती है और अगर पहले से ही कोई बीमारी भी हो, तो यह और गंभीर रूप ले लेता है। अगर इसका तुरंत इलाज न किया जाए तो यह बहुत गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।

बुजुर्गों को निमोनिया में होने वाली समस्याएं
बता दें कि बुढ़ापे में हुई निमोनिया की बीमारी में कई जटिलताएं देखने को मिल सकती है, जो इस बीमारी को और बढ़ा सकती है। यहां हम आपको यही बताने जा रहे हैं कि निमोनिया में और क्या स्वास्थ्य समस्याएं बन सकती हैं। आइए जानते हैं-
सांस लेने में दिक्कत: फेफड़ों मे ऑक्सीजन और सांस लेने में परेशानी।
सेप्सिस: पूरे शरीर में गंभीर संक्रमण।
बैक्टीरिमिया: बैक्टीरिया रक्तप्रवाह में प्रवेश करते हैं।
फेफड़ों के फोड़े: फेफड़ों के ऊतकों के अंदर मवाद का जमा होना।
गुर्दे की विफलता: संक्रमण या ऑक्सीजन की कमी से अंग बंद हो जाते हैं।
फेफड़ों का खराब होना: सांस लेने की क्षमता को बहुत नुकसान।
हार्ट बीट की समस्याएँ: तनाव या कम ऑक्सीजन के लेवल से दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है।
निमोनिया का इलाज
बता दें कि निमोनिया के इलाज के तौपर पर फेफड़ों की कार्यक्षमता बढ़ाने के लिए फिजियोथेरेपी, साथ ही ऑक्सीजन का सेवन अधिकतम करने के लिए फुफ्फुसीय एक्सरसाइज शामिल हैं। इसके अलावा, लाइफस्टाइल में बदलाव करने से भी फेफड़ों को होने वाली हानि और फेफड़ों को भरने वाले रक्त के थक्कों को रोकने व लंग्स की जगह बढ़ाने के लिए गतिशीलता को बढ़ावा देने के लिए धूम्रपान छोड़ना चाहिए।