Sugar gel for hair loss: पिछले कुछ सालों से लोगों को बाल झड़ने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कई लोगों को तो गंजेपन तक का सामना करना पड़ा है। हालांकि, बाजार में हेयरफॉल को रोकने का दावा करने वाले कई प्रोडक्ट्स मौजूद हैं। इस बीच शोधकर्ताओं ने बालों को झड़ने से रोकने का एक तरीका ढूंढा है। दरअसल, जब वे प्रयोगशाला में चूहों के घावों को ठीक करने में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले डीऑक्सीराइबोज शुगर के प्रभावों का अध्ययन कर रहे थे। उन्होंने पाया कि शुगर के प्रयोग से चूहों के घावों के आसपास बाल तेजी से उग आए, जिससे वैज्ञानिकों ने इस पर और ज्यादा रसर्च की।
क्या पाया गया रिसर्च में
इससे उन्हें वंशानुगत पैटर्न वाले गंजेपन के इलाज का पता चला, जो दुनिया भर के पुरुषों और महिलाओं को प्रभावित करता है। हुआ यूं कि शोधकर्ता प्रयोगशाला में चूहों के घावों पर चीनी लगा रहे थे, तभी उन्होंने देखा कि घावों के आसपास बाल तेजी से फिर से उग आए। यह अध्ययन इस साल जुलाई में फ्रंटियर्स इन फार्माकोलॉजी में प्रकाशित हुआ था। शेफ़ील्ड विश्वविद्यालय और पाकिस्तान में COMSATS विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक एक ऐसी चीनी पर शोध कर रहे थे जो शरीर में प्राकृतिक रूप से पाई जाती है और डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिक एसिड के ‘डीऑक्सीराइबोज’ पार्ट डीएनए बनाने में मदद करती है। वे यही रिसर्च कर रहे थे कि शुगर चूहों के घावों को कैसे ठीक करती हैं, तब उन्हें यह चौंकाने वाली बात पता चली कि चूहों के घावों पर बाल बिना उपचार वाले चूहों की तुलना में तेजी से उग रहे थे।
इसका आगे अध्ययन करने के लिए, उन्होंने नर चूहों को लिया और कुछ जगह से उनके बाल साफ करके वहां डीऑक्सीराइबोज शुगर जेल लगाया। कुछ ही हफ्तों बाद देखा गया किल चूहों के बाल फिर से आने लगे। इसके बाद रिसर्चर्स ने निष्कर्ष निकाला कि यह मिनोक्सिडिल की तरह ही काम करता है, जो बालों के झड़ने के लिए एक सामयिक उपचार है, जिसे आमतौर पर रोगेन ब्रांड नाम से जाना जाता है।

वंशानुगत पैटर्न गंजापन, जिसे एंड्रोजेनिक एलोपेसिया के रूप में भी जाना जाता है, बालों के झड़ने का एक सामान्य कारण है जो आनुवंशिकी, हार्मोन और उम्र बढ़ने के संयोजन के कारण होता है। यह समस्या 40 प्रतिशत आबादी को प्रभावित करती है। ओवर-द-काउंटर उपचार मिनोक्सिडिल बालों के झड़ने को धीमा कर सकता है और फिर से उगने को बढ़ावा दे सकता है, लेकिन यह सभी के लिए काम नहीं करता है।
मिनोक्सिडिल जितना ही प्रभावी शुगर जेल
ऐसे में शोधकर्ताओं ने डीऑक्सीराइबोज से बना एक बायोडिग्रेडेबल, गैर-विषाक्त जेल विकसित किया और इसे पुरुष-पैटर्न गंजेपन वाले माउस मॉडल पर टेस्ट किया। मिनोक्सिडिल का भी अलग से परीक्षण किया गया, जिसमें कुछ चूहों को शुगर जेल और मिनोक्सिडिल का संयोजन दिया गया। डीऑक्सीराइबोज जेल से उपचारित चूहों में नए बालों के रोम की वृद्धि देखी गई। यह पाया गया कि मिनोक्सिडिल और शुगर जेल दोनों ने पुरुष पैटर्न गंजेपन वाले चूहों में 80 से 90 प्रतिशत बालों के पुनः विकास को बढ़ावा दिया।

यह मानव बालों के झड़ने के उपचार में कैसे मदद कर सकता है
शोधकर्ताओं को ठीक से पता नहीं था कि डीऑक्सीराइबोज जेल बालों के दोबारा उगने के लिए कैसे काम करता है, लेकिन उन्होंने पाया कि इससे चूहों में बाल लंबे और घने होते हैं। जहां जेल लगाया जाता है, उस जगह के आसपास रक्त वाहिकाओं और स्किन सेल्स में वृद्धि होती है। शोधकर्ताओं ने लिखा, “बालों के रोम में ब्लड की आपूर्ति जितनी बेहतर होगी, उसका व्यास उतना ही बड़ा होगा और बालों का विकास उतना ही अधिक होगा।” इससे मनुष्यों में एलोपेसिया के उपचार और कीमोथेरेपी के बाद बालों, पलकों और भौंहों के दोबारा उगने को प्रोत्साहित करने के क्षेत्र में उम्मीद जगी है।
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