Super mom: मां बनना दुनिया का सबसे अच्छा एहसास होता है। मां बनने पर महिलाएं खुद को पूरा महसूस करती हैं। हालांकि, मां बनने के बाद जिम्मेदारियां काफी बढ़ जाती हैं और इन जिम्मेदारियों को निभाना आसान नहीं होता। घर के काम, बच्चे की देखभाल और पति का ख्याल रखने की जिम्मेदारी के चलते महिला न तो खुद को समय दे पाती है और ना ही कुछ भी बेहतर तरीके से कर पाती है। ऐसे में न्यू मॉम्स अक्सर गिल्ट का शिकार हो जाती हैं। हालाँकि कुछ आसान टिप्स फॉलो करके आप बच्चों और पति को ही नहीं, ख़ुद को भी समय दे सकती हैं। यानी कि सही मायनों में आप बन सकती हैं सुपर मॉम। जानते हैं वो कौन सी टिप्स हैं-
ज्यादा स्ट्रिक्ट ना हों
कई बार मॉम्स अपने बच्चों के लिए और अपने रूटीन के लिए काफी स्ट्रिक्ट हो जाती हैं, लेकिन आपको ऐसा नहीं होना है। हर पल को एंजॉय करने के लिए बच्चों के साथ टाइम बिताएं, उन्हें समझने की कोशिश करें और अपने डेली रूटीन पर भी ध्यान दें। हर चीज का समय फिक्स करें, उसी के अनुसार काम करें और बाकी समय बच्चे के साथ बिताएं।

बच्चों को उनकी गलतियों से सीखने दें
अगर आप अपने बच्चों की सुपरमॉम बनना चाहती हैं, तो उन्हें अपने पंखों की मदद से उड़ने दें। मतलब ये है कि उन्हें अपनी गलतियों से सीखने दें। दरअसल, जब बच्चों को कोई बात सिखाई जाती है, वे तब तक ये बात नहीं सीखते, जब तक कि वे खुद गलती नहीं करते। ऐसे में उन्हें खुद गलती करके सीखने देना जरूरी है। हालांकि, आप उन्हें हर गलती की सजा या परिणाम जरूर बता सकती हैं, ताकि वे अगली बार से गलती न करें।
अपना भी रखें ख्याल
सुपरमॉम होने का मतलब यही है कि आप अपने बच्चों का ख्याल रखते-रखते बाकी चीजें भी अच्छे से मैनेज कर रही हैं। ऐसे में आपको अपना ख्याल भी अच्छे से रखना चाहिए। ताकि आप स्वस्थ रहें, खुश रहें। जब आप खुश रह पाएंगी, तभी अपने बच्चे को भी खुश रख पाएंगी। इसलिए अपने बच्चे की सुपरमॉम बनते हुए आप खुद को भी समय दें।

अपने बच्चों की लाइफ के हर पल को करें एंजॉय
एक बच्चा अपनी लाइफ के बेस्ट पलों को बचपन में ही जीता है। ऐसे में मांएं भी अपने बच्चों के जरिए अपने बचपन को दोबारा जी लेती हैं। ऐसे जरूरी है कि अपने बच्चे के बचपन ही नहीं, बल्कि उसकी लाइफ के हर फेज को अच्छे से जिएं। उसकी हर जरूरत में उसके साथ रहें।
पति का भी रखे ख्याल
अक्सर ऐसा देखा जाता है कि मां बनने के बाद महिलाओं का सारा ध्यान अपने पति से बच्चे की ओर चला जाता है, जिसकी वजह से पति-पत्नी के रिश्ते में दूरियां आने लगती हैं, दो सही नहीं है। ऐसे में अगर आपको सुपरमॉम बनना है तो बच्चे की जिम्मेदारी निभाने के साथ-साथ अपने पति की तरफ भी ध्यान दें, क्योंकि अगर पति-पत्नी का रिश्ता सहज रहेगा, बच्चे की परवरिश भी उतनी ही बेहतर होगी।
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