Traffic Noise: तेज शोर इंसान को बहरा तक बना सकता है। आजकल की भागदौड़ भरी लाइफ में हर किसी को हर काम की जल्दी होती है, ऐसे में रास्ते में ट्रैफिक के मिलने पर व्यक्ति और ज्यादा परेशान हो जाता है। इसलिए अपनी गाड़ी पहले निकालने के चक्कर में ड्राइविंग सीट पर बैठा व्यक्ति हॉर्न का सहारा लेता है। इससे ट्रैफिक का शोर और तेज हो सकता है, जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। दरअसल, एक शोध में स्पष्ट हुआ है कि ट्रैफिक का तेज़ शोर एंजाइटी को बढ़ा सकता है।
प्राकृतिक आवाजें कम करती हैं एंजाइटी: शोध
दरअसल, यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्ट ऑफ इंग्लैंड के लिया आर. वी. गिलमोर के नेतृत्व में एक शोध किया गया है, जिसमें ये साफ हुआ है कि अगर ट्रैफिक के शोर को कम किया जा सके और नेचुरल चीजों की आवाज सुनाई दे, तो यह हमारे मन पर अच्छा प्रभाव डाल सकता है, जिससे एंजाइटी कम हो सकती है।
बता दें कि इस समय ज्यादातर देश स्पीड लिमिट को कम करने पर काम कर रहे हैं। इसका मन और शरीर के लिए महत्वपूर्ण लाभ हो सकता है। दरअसल, शहरों के लोग ज्यादातर ट्रैफिक के शोर में जीवन जीते हैं, जिसकी वजह से उन्हें काफी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में स्पीड लिमिट कम करने से ट्रैफिक का शोर कम हो सकता है, जिससे लोग प्रकृति के संगीत के करीब पहुंच सकते हैं।

इस रिसर्च में नेचुरल आवाजों को सुनने के लाभ पर जोर दिया गया है। स्टडी के अनुसार, प्राकृतिक ध्वनि चिंता और तनाव को कम करने में मदद करती है। हालांकि, जब ट्रैफ़िक बढ़ता है, तो वाहनों का शोर नेचुरल आवाजों को दबा देता है, जिससे इसका लाभ लोगों को नहीं मिल पाता है।
क्या कहती है स्टडी?
शोध की बात करें, तो यह यूनिवर्सिटी के 68 स्टूडेंट्स पर किया गया था कि क्या वाकई इससे उनकी चिंता और तनाव के लेवल पर कोई प्रभाव पड़ा है। इन ध्वनियों में प्राकृतिक ध्वनियां (पक्षियों के गीत सहित), 20 मील प्रति घंटे की ट्रैफ़िक आवाज़ के साथ मिश्रित प्राकृतिक ध्वनियां और 40 मील प्रति घंटे की ट्रैफ़िक आवाज़ के साथ मिश्रित प्राकृतिक ध्वनियां शामिल की गई थीं। रिसर्च में पाया गया है कि नेचुरल आवाजों के साथ तनाव और चिंता का लेवल काफी कम था। जबकि ट्रैफिक के शोर के दौरान तनाव और एंजाइटी काफी बढ़ गई थी।
तो अगर आप भी एंजाइटी का शिकार हैं, तो आप भी कुछ समय प्राकृतिक आवाजों के बीच बिता सकते हैं, यह न केवल मन को शांत करता है, बल्कि हैप्पी फील भी करवाता है। इसके अलावा, आप शुद्ध हवा में सांस लेते हैं, तो आपको पूरा टाइम फ्रेश फील होता है, जो पूरे दिन आपको एनर्जेटिक रखता है। तो ट्रैफिक शोर से परेशान लोग कुछ वक्त प्रकृति के बीच बिताना शुरू करें, फायदा होगा।