World AIDS Day: एड्स एक जानलेवा रोग है, जिससे दुनियाभर के 37.7 मिलियन लोग ग्रसित है। ऐसे में यह एक विचार करने वाला विषय है। ज्यादातर लोग इस रोग के हो जाने पर घृणित और शर्मिंदा महसूस करता है। कई बार लोग शर्म की वजह से इस बीमारी का इलाज करवाने से भी कतराते हैं। ऐसे में एचआईवी/एड्स के प्रति लोगों को जागरुक करने के लिए हर साल 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। इस दिन का मुख्य लक्ष्य एड्स महामारी को जड़ को से खत्म करना है। संयुक्त राष्ट्र 2030 तक एड्स को खत्म करने के उद्देश्य पर काम कर रहा है।
विश्व एड्स दिवस 2024 का विषय
हर साल की थीम अलग होती है और इस साल की थीम “सही रास्ते पर चलें: मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार!” है। यह थीम इस बात को ध्यान में रखते हुए तय की गई है कि 2030 तक एड्स उन्मूलन का लक्ष्य पाना है और यह मानवाधिकार है। इसके अलावा, इसके जरिए लोगों में इस बीमारी के प्रति घृणा और शर्म को खत्म करने की भी कोशिश की गई है। दरअसल, लोग इस मर्ज के बारे में बात करने में भी हिचकते हैं।
बेहद खतरनाक है एड्स, जानें इसके जोखिम
बता दें कि एड्स एक बड़ी बीमारी है, जो विश्व की सार्वजनिक स्वास्थ्य चिंताओं में से एक है। 2020 तक इस बीमारी ने वैश्विक स्तर पर 27.2 मिलियन से 47.8 मिलियन लोगों की जान ली है। वहीं, ऐसा अनुमान है कि 37.7 मिलियन लोग एचआईवी के साथ जी रहे हैं।
विश्व एड्स दिवस 2024: एक्शन का आह्वान
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, एचआईवी से पीड़ित या इससे प्रभावित लोग बीमारी से जूझने के साथ-साथ समाज की घृणा का भी सामना करते हैं, जो उनके लिए काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में लोगों को एचआईवी और एड्स के प्रति जागरुक कर इस बीमारी का इलाज लोगों तक पहुंचाना बहुत जरूरी है। ताकि लोग इसे भी अन्य बीमारी की तरह ही समझे और बेझिझक इलाज कराए।

एचआईवी-एड्स : कारण
एचआईवी एक प्रकार का वायरस है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देता है। इसके होने के कई कारण हो सकते हैं। आइए आपको बताते हैं-
- असुरक्षित यौन संबध, यह एचआईवी के होने का सबसे बड़ा कारण होता है।
- संक्रमित व्यक्ति का खून चढ़ना
- संक्रमित सुइयों का इस्तेमाल करना
- मां से बच्चे तक
एचआईवी/एड्स के लक्षण
- एड्स की पहली स्टेज में संक्रमित लोगों को 2 से 4 सप्ताह तक फ्लू के लक्षण दिखने लगते हैं। इसके बाद, एड्स हो जाने पर निम्न लक्षण दिखते हैं-
- बार-बार बुखार आना
- ठंड लगना
- शरीर पर लाल चकत्ते नज़र आने लगना
- सिरदर्द की शिकायत रहना
- गर्दन पर सूजन महसूस होना
- रात को पसीना आना
- माउथ और जेनिटल अल्सर
- जोड़ों में दर्द की शिकायत
- हर वक्त थकान रहना
एड्स का निदान
एड्स के लक्षण सालों तक नहीं दिखाई दे सकते हैं। इसके निदान के लिए आप कई तरह के टेस्ट करवा सकते हैं, जैसे- एचआईवी 1 और एचआईवी 2 एंटीबॉडी परीक्षण, सीडी 4 काउंट, रेपिड एंटीबॉडी स्क्रीनिंग, एंटीबॉडी टेस्ट, एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी यानि एआरटी। इसके अलावा, दवाओं के माध्यम से भी इस रोग का इलाज किया जा सकता है।
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